आज हम आपके लिए देशभक्ति गीतों (Desh Bhakti Geet in Hindi) की सूची लेकर आए हैं, जिन्हें सुनने के बाद आपकी आंखें नम हो जाएंगी। और ये देशभक्ति गीत आपके हर विचार के बारे में बात करेंगे जो कहता है कि आप भारतीय हैं और आपको इस बात पर गर्व है। गणतंत्र दिवस व अन्य सभी राष्ट्रीय दिवस के लिए बहुत ही बेहतरीन गीत है जिन्हें आप सभी पसंद करेंगे।
भारतीय देश भक्ति गीत इन हिंदी को पढ़ने व सुनने के बाद हम सभी में देशभक्ति का जुनून जाग उठता है। जुनून ऐसा जो की सच में कुछ करने की ताकत देता है, देशभक्ति ही एक मात्र ऐसी भक्ति है जिसकी भक्ति करने के लिए सवा सौ करोड़ जनसंख्या आतुर रहती है। देश भक्ति में कोई जात धर्म या फिर कोई अलग रीति रिवाज नहीं होते है, कोई भी देश भक्ति को कर सकता है, बस दिल में प्रेम भावना होनी चाहिए।
सच में देश भक्ति गीत जो दिल को छु जाती है और आपको रुला भी देते है ऐसे कुछ नीचे लिखे हुए है उम्मीद करता हूँ कि आपको ये सभी गीत अच्छे लगेंगे। देश भक्ति गीत स्कूल में गाने के लिए इसका प्रयोग विद्यालयों, कॉलेज, सार्वजनिक समारोह आदि में प्रयोग कर सकते है।तो देर कैसी आईये सुनते हैं अपने पसंद के गीतों को और देखते हैं Desh Bhakti Lyrics in hindi देशभक्ति गीत के इस संग्रह को आशा करता हूँ यह संग्रह आपको बेहद पसंद आएगा। जय हिन्द, भारत माता की जय.
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desh bhakti git |
ये देश है वीर जवानों का -: Desh Bhakti Song Lyrics in hindi
फिल्म -: नया दौर
संगीतकार -: ओ. पी. नय्यर
गीतकार -: साहिर लुधियानवी
गायक -: मोहम्मद रफी
ओ… ओ… ओ…
ये देश है वीर जवानों का
अलबेलों का मस्तानों का
इस देश का यारों
होय
इस देश का यारों क्या कहना
ये देश है दुनिया का गहना
ओ… ओ… ओ…
यहाँ चौड़ी छाती वीरों की
यहाँ भोली शक्लें हीरों की
यहाँ गाते हैं राँझे
होय
यहाँ गाते हैं राँझे मस्ती में
मचती हैं धूमें बस्ती में
ओ… ओ… ओ…
पेड़ों पे बहारें झूलों की
राहों में कतारें फूलों की
यहाँ हँसता है सावन
होय
यहाँ हँसता है सावन बालों में
खिलती हैं कलियाँ गालों में
ओ… ओ… ओ…
कहीं दंगल शोख जवानों के
कहीं करतब तीर कमानों के
यहाँ नित नित मेले
होय
यहाँ नित नित मेले सजते हैं
नित ढोल और ताशे बजते हैं
ओ… ओ… ओ…
दिलबर के लिये दिलदार हैं हम
दुश्मन के लिये तलवार हैं हम
मैदां में अगर हम
मैदां में अगर हम डट जाएं
मुश्किल है के पीछे हट जाएं
हुर्र, हे, हा
हुर्र, हे, हा
हुर्र, हे, हा
दिल दिया है जान भी देंगे ऐ वतन तेरे लिए -:
Desh Bhakti Gane Lyrics in hindi
फिल्म -: कर्मा
संगीतकार -: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार -: आनंद बक्शी
गायक -: कविता कृष्णमूर्ति, मोहम्मद अजीज
मेरा कर्मा तू, मेरा धर्मा तू
तेरा सब कुछ मैं, मेरा सब कुछ तू
हर करम अपना करेंगे
हर करम अपना करेंगे, ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए
हर करम अपना करेंगे, ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए
हर करम अपना करेंगे, ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए
तू मेरा कर्मा, तू मेरा धर्मा, तू मेरा अभिमान है
ऐ वतन मेहबूब मेरे तुझपे दिल कुर्बान है
ऐ वतन मेहबूब मेरे तुझपे दिल कुर्बान है
हम जिएंगे और मरेंगे, ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, हमवतन हमनाम है
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, हमवतन हमनाम है
जो करे इनको जुदा मजहब नहीं इल्ज़ाम है
हम जिएंगे और मरेंगे, ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए
तेरी गलियों में चलाकर नफरतों की गोलियां
लूटते हैं कुछ लुटेरे दुल्हनों की डोलियाँ
लूटते हैं कुछ लुटेरे दुल्हनों की डोलियाँ
लूट रहे है आप वो अपने घरों को लूटकर
लूट रहे है आप वो अपने घरों को लूटकर
खेलते हैं बेख़बर अपने लहू से होलियां
हम जिएंगे और मरेंगे, ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए
हर करम अपना करेंगे, ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए
हर करम अपना करेंगे, ऐ वतन तेरे लिए
दिल दिया है, जां भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए
ऐ वतन तेरे लिए
ऐ वतन तेरे लिए ( famous desh bhakti geet )
ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आँख में भर लो पानी -:
Desh Bhakti Gane Lyrics in hindi
संगीतकार -: सी. रामचंद्र
गीतकार -: कवि प्रदीप
गायक -: लता मंगेशकर
ऐ मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सबका, लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर, वीरों ने है प्राण गंवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो, कुछ याद उन्हें भी कर लो
जो लौट के घर न आये, जो लौट के घर न आये
ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी
ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी
जब घायल हुआ हिमालय, ख़तरे में पड़ी आज़ादी
जब तक थी साँस लडे वो
जब तक थी साँस लडे वो, फिर अपनी लाश बिछा दी
संगीन पे धर कर माथा, सो गये अमर बलिदानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी
जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली
जब हम बैठे थे घरों में, वो झेल रहे थे गोली
थे धन्य जवान वो अपने, थी धन्य वो उनकी जवानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी
कोई सिख कोई जाट मराठा, कोई सिख कोई जाट मराठा
कोई गुरखा कोई मद्रासी, कोई गुरखा कोई मद्रासी
सरहद पर मरने वाला, सरहद पर मरने वाला
हर वीर था भारतवासी
जो खून गिरा पर्वत पर, वो खून था हिन्दुस्तानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी
थी खून से लथपथ काया, फिर भी बंदूक उठाके
दस दस को एक ने मारा, फिर गिर गये होश गँवा के
जब अंत समय आया तो,
जब अंत समय आया तो कह गये के अब मरते हैं
जब अंत समय आया तो कह गये के अब मरते हैं
खुश रहना देश के प्यारों, खुश रहना देश के प्यारों
अब हम तो सफ़र करते हैं, अब हम तो सफ़र करते हैं
क्या लोग थे वो दीवाने, क्या लोग थे वो अभिमानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी
तुम भूल ना जाओ उनको इसलिए कही ये कहानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी
जय हिंद, जय हिंद की सेना
जय हिंद, जय हिंद की सेना
जय हिंद जय हिंद जय हिंद ( famous desh bhakti geet )
कन्धों से मिलते है कंधे -: Desh Bhakti Geet Lyrics in hindi
फिल्म -: लक्ष्य
संगीतकार -: शंकर, एहसान, लॉय
गीतकार -: जावेद अख्तर
गायक -: शंकर महादेवन, सोनू निगम, हरिहरन, रूप कुमार राठौड़
, कुणाल गांजावाला और विजय प्रकाश
कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं
कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं
अब तो हमें आगे बढ़ते है रहना
अब तो हमें, साथी है बस इतना ही कहना
अब तो हमें आगे बढ़ते है रहना
अब तो हमें, साथी है बस इतना ही कहना
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना
कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं
कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं
निकले हैं मैदां में हम जाँ हथेली पर लेकर
अब देखो दम लेंगे हम जाके अपनी मंज़िल पर
खतरों से हँस के खेलना, इतनी तो हममें हिम्मत है
मोड़े कलाई मौत की, इतनी तो हममें ताक़त है
हम सरहदों के वास्ते लोहे की इक दीवार हैं
हम दुश्मनों के वास्ते होशियार हैं, तैयार हैं
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना
कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं
जोश दिल में जगाते चलो, जीत के गीत गाते चलो
जोश दिल में जगाते चलो, जीत के गीत गाते चलो
जीत की जो तस्वीर बनाने हम निकले हैं
अपनी लहू से हमको उसमें रंग भरना है
साथी मैंने अपने दिल में अब ये ठान लिया है
या तो अब करना है, या तो अब मरना है
चाहे अंगारें बरसे के बिजली गिरे
तू अकेला नहीं होगा यारा मेरे
कोई मुश्किल हो या हो कोई मोर्चा
साथ हर मोड़ पर होंगे साथी तेरे
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना
कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं
इक चेहरा अक्सर मुझे याद आता है
इस दिल को चुपके-चुपके वो तड़पाता है
जब घर से कोई भी ख़त आया है
कागज़ को मैंने भीगा-भीगा पाया है
हो ओ पलकों पे यादों के कुछ दीप जैसे जलते हैं
कुछ सपने ऐसे हैं, जो साथ-साथ चलते हैं
कोई सपना ना टूटे, कोई वादा ना टूटे
तुम चाहो जिसे दिल से, वो तुमसे ना रूठे
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना
कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं
चलता है जो ये कारवाँ, गूंजी सी है… ये वादियाँ
है ये ज़मीं [गूंजी गूंजी], ये आसमां [गूंजा गूंजा]
है ये हवा [गूंजी गूंजी], है ये समां [गूंजा गूंजा]
हर रस्ते ने, हर वादी ने, हर परबत ने, सदा दी
हम जीतेंगे, हम जीतेंगे, हम जीतेंगे, हर बाज़ी
(कन्धों से मिलते हैं कन्धे, कदमों से कदम मिलते हैं
हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं)-4
चलता है जो ये कारवाँ, गूंजी सी है, ये वादियाँ (Desh Bhakti song Lyrics in hindi)
तेरी मिट्टी में मिल जावां -: Desh Bhakti Geet Lyrics in hindi
फिल्म -: केसरी
संगीतकार -: आर्को
गीतकार -: मनोज मुंतशिर
गायक -: बी प्राक
तलवारों पे सर वार दिए
अंगारों में जिस्म जलाया है
तब जाके कहीं हमने सर पे
ये केसरी रंग सजाया है
ऐ मेरी जमीं अफसोस नहीं
जो तेरे लिए सौ दर्द सहे
महफूज रहे तेरी आन सदा
चाहे जान ये मेरी रहे न रहे
हाँ मेरी जमीं महबूब मेरी
मेरी नस नस में तेरा इश्क बहे
फीका ना पड़े कभी रंग तेरा
जिस्म से निकल के खून कहे
तेरी मिट्टी में मिल जावां
गुल बनके मैं खिल जावां
इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदियों में बह जावां
तेरे खेतों में लहरावां
इतनी सी है दिल की आरजू
ओ.. ओ.. ओ ओ ओ..
सरसों से भरे खलिहान मेरे
जहाँ झूम के भांगड़ा पा न सका
आबाद रहे वो गाँव मेरा
जहाँ लौट के वापस जा न सका
ओ वतना वे मेरे वतना वे
तेरा मेरा प्यार निराला था
कुर्बान हुआ तेरी अस्मत पे
मैं कितना नसीबों वाला था
तेरी मिट्टी में मिल जावां
गुल बनके मैं खिल जावां
इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदियों में बह जावां
तेरे खेतों में लहरावां
इतनी सी है दिल की आरजू
ओ हीर मेरी तू हंसती रहे
तेरी आँख घड़ी भर नम ना हो
मैं मरता था जिस मुखड़े पे
कभी उसका उजाला कम ना हो
ओ माई मेरे क्या फिकर तुझे
क्यूँ आँख से दरिया बहता है
तू कहती थी तेरा चाँद हूँ मैं
और चाँद हमेशा रहता है
तेरी मिट्टी में मिल जावां
गुल बनके मैं खिल जावां
इतनी सी है दिल की आरजू
तेरी नदियों में बह जावां
तेरे फसलों में लहरावां
इतनी सी है दिल की आरजू (Desh Bhakti song Lyrics in hindi)
Jahan Dal Dal Pe Sone Ki Chidiya Lyrics
फिल्म -: सिकंदर ए आजम
संगीतकार -: हंसराज बेहल
गायक -: मोहम्मद रफी
जहाँ डाल डाल पर
सोने की चिड़िया करती है बसेरा,
वो भारत देश है मेरा ।
जहाँ सत्य, अहिंसा और धर्म का
पग पग लगता डेरा,
वो भारत देश है मेरा ।
ये धरती वो जहाँ ऋषि मुनि,
जपते प्रभु नाम की माला,
जहाँ हर बालक एक मोहन है,
और राधा हर एक बाला ।
जहाँ सूरज सबसे पहले आ कर,
डाले अपना फेरा,
वो भारत देश है मेरा ।
अलबेलों की इस धरती के,
त्योहार भी है अलबेले,
कहीं दीवाली की जगमग है,
कहीं हैं होली के मेले ।
जहाँ राग रंग और हँसी खुशी का,
चारो और है घेरा,
वो भारत देश है मेरा ।
जहाँ आसमान से बाते करते,
मंदिर और शिवाले,
जहाँ किसी नगर मे किसी द्वार पर,
कोई न ताला डाले ।
प्रेम की बंसी जहाँ बजाता,
है ये शाम सवेरा,
वो भारत देश है मेरा ।
जहाँ डाल डाल पर
सोने की चिड़िया करती है बसेरा,
वो भारत देश है मेरा ।
Aisa Des Hai Mera lyrics –Desh Bhakti Song lyrics in Hindi
फिल्म -: वीर जरा
संगीतकार -: द लेट मंदन मोहन
गीतकार -: जावेद अख्तर
गायक -: लता मंगेशकर, उदित नारायण
धरती सुनहरी अंबर नीला…
धरती सुनहरी अंबर नीला हर मौसम रंगीला
ऐसा देश है मेरा हो ऐसा देश है मेरा
ऐसा देश है मेरा हां ऐसा देश है मेरा
बोले पपीहा कोयल गाए…
बोले
पपीहा कोयल गाए सावन घिर घिर आए
ऐसा देश है मेरा हो ऐसा देश है मेरा
ऐसा देश है मेरा हां ऐसा देश है मेरा
गेहूं के खेतों में कंघी जो करे हवाएं
रंग बिरंगी कितनी चुनरिया उड़ उड़ जाएं
पनघट पर पनहार जब गगरी भरने आए
मधुर मधुर तानों में कहीं बंसी कोई बजाएं
लो सुन लो
कदम कदम पर है मिल जानी
कदम कदम पर है मिल जानी कोई प्रेम कहानी
ऐसा देश है मेरा हो ऐसा देश है मेरा
ऐसा देश है मेरा हां ऐसा देश है मेरा
बाप के कंधे चढ़के जहां बच्चे देखें मेले
मेलो में नट के तमाशे कुल्फी के चाट के ठेले
कहीं मिलती मीठी गोली कहीं चूरन की है पुड़िया
भोले-भोले बच्चे हैं जैसे गुड्डे और गुड़िया
और इनको रोज सुनाए दादी नानी…
रोज सुनाए दादी नानी एक परियों की कहानी
ऐसा देश है मेरा हो.. ऐसा देश है मेरा
ऐसा देश है मेरा हां.. ऐसा देश है मेरा
मेरे देश में मेहमानों को भगवान कहा जाता है
वो यही का हो जाता है जो कहीं से भी आता है
तेरे देश को मैंने देखा तेरे देश को मैंने जाना…
तेरे देश को मैंने देखा तेरे देश को मैंने जाना
जाने क्यों ये लगता है मुझको जाना पहचाना
यहां भी वही शाम है वही सवेरा…
वही शाम है वही सवेरा
ऐसा ही देश है मेरा जैसा देश है तेरा
जैसा देश है तेरा हां जैसा देश है तेरा
ऐसा देश है मेरा हो जैसा देश है तेरा
जैसा देश है तेरा हां जैसा देश है तेरा
ऐसा देश है मेरा हो जैसा देश है मेरा
हम हिंदुस्तानी -: Desh Bhakti Song Lyrics in hindi
फिल्म -: हम हिन्दुस्तानी
संगीतकार -: ऊषा खन्ना
गीतकार -: प्रेम धवन
गायक -: मुकेश
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी
नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी
नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
आज पुरानी ज़ंजीरों को तोड़ चुके हैं
क्या देखें उस मंज़िल को जो छोड़ चुके हैं
चाँद के दर पर जा पहुंचा है आज ज़माना
नए जगत से हम भी नाता जोड़ चुके हैं
नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी
नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
हमको कितने ताजमहल हैं और बनाने
कितने हैं अजंता हम को और सजाने
अभी पलटना है रुख कितने दरियाओं का
कितने पर्वत राहों से हैं आज हटाने
नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी
नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
आओ मेहनत को अपना ईमान बनायें
अपने हाथों को अपना भगवान बनायें
राम की इस धरती को गौतम की भूमि को
सपनों से भी प्यारा हिंदुस्तान बनायें
नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी
नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
हर ज़र्रा है मोती आँख उठाकर देखो
माटी में सोना है हाथ बढ़ाकर देखो
सोने की ये गंगा है चांदी की यमुना
चाहो तो पत्थर से धान उगाकर देखो
नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी
नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी ( famous desh bhakti gane )
कर चले हम फ़िदा जान-ओ-तन साथियों -: Desh Bhakti Geet Lyrics in hindi
फिल्म -: हकीकत
संगीतकार -: मदन मोहन
गीतकार -: कैफ़ी आज़मी
गायक -: मोहम्मद रफ़ी
कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
साँस थमती गई, नब्ज़ जमती गई
फिर भी बढ़ते कदम को ना रुकने दिया
कट गये सर हमारे तो कुछ ग़म नहीं
सर हिमालय का हमने न झुकने दिया
मरते-मरते रहा बाँकपन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
ज़िन्दा रहने के मौसम बहुत हैं मगर
जान देने की रुत रोज़ आती नहीं
हुस्न और इश्क दोनों को रुसवा करे
वो जवानी जो खूँ में नहाती नहीं
आज धरती बनी है दुल्हन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
राह कुर्बानियों की ना वीरान हो
तुम सजाते ही रहना नये काफ़िले
फ़तह का जश्न इस जश्न के बाद है
ज़िन्दगी मौत से मिल रही है गले
बाँध लो अपने सर से कफ़न साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
खेंच दो अपने खूँ से जमीं पर लकीर
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई
तोड़ दो हाथ अगर हाथ उठने लगे
छूने पाये ना सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
कर चले हम फ़िदा, जान-ओ-तन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों ( famous desh bhakti geet )
संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं -: Desh Bhakti Gane Lyrics in hindi
फिल्म -: बॉर्डर
संगीतकार -: अनु मलिक
गीतकार -: जावेद अख्तर
गायक -: सोनू निगम, रूप कुमार राठौर
हो हो हो..
संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं
तो चिट्ठी आती है वो पूछे जाती है
के घर कब आओगे के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन ये घर सूना सूना है
संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं
तो चिट्ठी आती है वो पूछे जाती है
के घर कब आओगे के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन ये घर सूना सूना है
किसी दिलवाली ने किसी मतवाली ने
हमें खत लिखा है ये हमसे पूछा है
किसी की साँसों ने किसी की धड़कन ने
किसी की चूड़ी ने किसी के कंगन ने
किसी के कजरे ने किसी के गजरे ने
महकती सुबहों ने मचलती शामों ने
अकेली रातों ने अधूरी बातों ने
तरसती बाहों ने और पूछा है तरसी निगाहों ने
के घर कब आओगे, के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन ये दिल सूना सूना है
संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं
तो चिट्ठी आती है वो पूछे जाती है
के घर कब आओगे के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन ये घर सूना सूना है
मोहब्बत वालों ने, हमारे यारों ने
हमें ये लिखा है,
कि हमसे पूछा है
हमारे गाँवों ने, आम की छांवों ने
पुराने पीपल ने, बरसते बादल ने
खेत खलियानों ने, हरे मैदानों ने
बसंती बेलों ने, झूमती बेलों ने
लचकते झूलों ने, दहकते फूलों ने
चटकती कलियों ने,
और पूछा है गाँव की गलियों ने
के घर कब आओगे, के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन गाँव सूना सूना है
संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं
तो चिट्ठी आती है वो पूछे जाती है
के घर कब आओगे के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन ये घर सूना सूना है
ओ ओ ओ…
कभी एक ममता की, प्यार की गंगा की
जो चिट्ठी आती है, साथ वो लाती है
मेरे दिन बचपन के, खेल वो आंगन के
वो साया आंचल का, वो टीका काजल का
वो लोरी रातों में, वो नरमी हाथों में
वो चाहत आँखों में, वो चिंता बातों में
बिगड़ना ऊपर से, मोहब्बत अंदर से,
करे वो देवी माँ
यही हर खत में पूछे मेरी माँ
के घर कब आओगे, के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन आँगन सूना सूना है
संदेशे आते हैं हमें तड़पाते हैं
तो चिट्ठी आती है वो पूछे जाती है
के घर कब आओगे के घर कब आओगे
लिखो कब आओगे
के तुम बिन ये घर सूना सूना है
ऐ गुजरने वाली हवा बता
मेरा इतना काम करेगी क्या
मेरे गाँव जा, मेरे दोस्तों को सलाम दे
मेरे गाँव में है जो वो गली
जहाँ रहती है मेरी दिलरुबा
उसे मेरे प्यार का जाम दे
उसे मेरे प्यार का जाम दे
वहीं थोड़ी दूर है घर मेरा
मेरे घर में है मेरी बूढ़ी माँ
मेरी माँ के पैरों को छू के तू
उसे उसके बेटे का नाम दे
ऐ गुजरने वाली हवा ज़रा
मेरे दोस्तों, मेरी दिलरुबा
मेरी माँ को मेरा पयाम दे
उन्हें जा के तू ये पयाम दे
मैं वापस आऊंगा, मैं वापस आऊंगा
घर अपने गाँव में उसी की छांव में,
कि माँ के आँचल से गाँव के पीपल से,
किसी के काजल से
किया जो वादा था वो निभाऊंगा
मैं एक दिन आऊंगा मैं एक दिन आऊंगा
मैं एक दिन आऊंगा मैं एक दिन आऊंगा
मैं एक दिन आऊंगा मैं एक दिन आऊंगा
मैं एक दिन आऊंगा मैं एक दिन आऊंगा ( famous desh bhakti geet )
मेरा रंग दे बसंती चोला -: Desh Bhakti Song Lyrics in hindi
फिल्म -: शहीद
संगीतकार -: प्रेम धवन
गीतकार -: प्रेम धवन
गायक -: मुकेश, महेंद्र कपूर, राजेंद्र मेहता
मेरा रंग दे बसंती चोला, मेरा रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला ओये
रंग दे बसंती चोला
माये रंग दे बसंती चोला
मेरा रंग दे बसंती चोला, मेरा रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला ओये
रंग दे बसंती चोला
माये रंग दे बसंती चोला
दम निकले इस देश की खातिर, बस इतना अरमान है
दम निकले इस देश की खातिर, बस इतना अरमान है
एक बार इस राह में मरना, सौ जन्मों के समान है
देख के वीरों की क़ुरबानी
देख के वीरों की क़ुरबानी, अपना दिल भी बोला
मेरा रंग दे बसंती चोला
मेरा रंग दे बसंती चोला, मेरा रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला ओये
रंग दे बसंती चोला
माये रंग दे बसंती चोला
जिस चोले को पहन शिवाजी, खेले अपनी जान पे
जिस चोले को पहन शिवाजी, खेले अपनी जान पे
जिसे पहन झाँसी की रानी, मिट गई अपनी आन पे
आज उसी को पहन के निकला, पहन के निकला
आज उसी को पहन के निकला, हम मस्तों का टोला
मेरा रंग दे बसंती चोला
मेरा रंग दे बसंती चोला, मेरा रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला ओये
रंग दे बसंती चोला
माये रंग दे बसंती चोला
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